यह कृषि एवं पशुधन क्षेत्र के पेशेवरों, उत्पादकों और प्रौद्योगिकी प्रदाताओं के लिए एक महत्वपूर्ण आयोजन है। 2025 में आयोजित होने वाला यह मेला कृषि एवं पशुधन मशीनरी, प्रौद्योगिकियों और चारा उत्पादन में प्रयुक्त नवीन समाधानों को प्रदर्शित करने वाला एक मंच होगा। यह मेला उन प्रतिभागियों के लिए महत्वपूर्ण है जो इस क्षेत्र में नवीनतम विकास के बारे में जानना चाहते हैं, सहयोग स्थापित करना चाहते हैं और नए व्यावसायिक अवसरों की खोज करना चाहते हैं।
मेले की मुख्य विशेषताएँ
1. प्रतिभागी और क्षेत्र:
• कृषि मशीनरी निर्माता: वे कंपनियाँ जो ट्रैक्टर, कंबाइन हार्वेस्टर और सिंचाई प्रणाली जैसी कृषि मशीनरी बनाती हैं।
• पशुधन मशीनरी निर्माता: दूध देने वाली मशीनें, चारा तैयार करने वाली मशीनें और पशु देखभाल प्रौद्योगिकियाँ।
• चारा निर्माता और आपूर्तिकर्ता: वे कंपनियाँ जो कृषि और पशुधन के लिए चारा बनाती हैं, और वे आपूर्तिकर्ता जो जैविक और विशिष्ट फ़ॉर्मूले प्रदान करते हैं।
• कृषि प्रौद्योगिकी प्रदाता: कृषि उत्पादकता बढ़ाने के लिए सॉफ़्टवेयर, सेंसर, निगरानी और स्वचालन प्रणालियाँ।
• कृषि रसायन और उर्वरक कंपनियाँ: कृषि उत्पादन के लिए कीटनाशक, उर्वरक और अन्य पादप पोषक तत्व प्रदान करने वाली कंपनियाँ।
• प्रशिक्षण और परामर्श: कृषि और पशुधन क्षेत्रों के लिए परामर्श सेवाएँ प्रदान करने वाली कंपनियाँ और शैक्षणिक संस्थान।
2. मेले के उद्देश्य:
• नवीन प्रौद्योगिकी प्रस्तुति: कृषि और पशुधन मशीनरी, चारा उत्पादन तकनीकें और अन्य नवीन समाधानों का प्रदर्शन किया जाएगा।
• सहयोग और नेटवर्किंग: इस क्षेत्र के पेशेवर सहयोग विकसित करने के लिए एक साथ आएंगे।
• प्रशिक्षण और सूचना: कृषि और पशुधन क्षेत्रों में नवाचारों और विकास पर जानकारीपूर्ण सेमिनार और प्रस्तुतियाँ आयोजित की जाएँगी।
• आपूर्ति श्रृंखला: कृषि और पशुधन उत्पाद उत्पादकों, थोक विक्रेताओं और खुदरा विक्रेताओं के बीच संबंध स्थापित करना।
3. आगंतुक प्रोफ़ाइल:
• कृषि उत्पादक: कृषि क्षेत्र में कार्यरत किसान और उत्पादक।
• पशुधन उत्पादक: डेयरी किसान, मांस उत्पादक और पशुधन क्षेत्र में कार्यरत अन्य पेशेवर।
• आपूर्तिकर्ता और वितरक: कृषि मशीनरी, चारा और उर्वरक जैसे उत्पादों की आपूर्ति करने वाली कंपनियाँ।
• निर्यातक और आयातक: विदेशी कंपनियाँ और इस क्षेत्र की वैश्विक कंपनियाँ।
• प्रशिक्षण और परामर्श: कृषि क्षेत्र से संबंधित प्रशिक्षण और परामर्श सेवाएँ प्रदान करने वाली संस्थाएँ।
• सरकारी संस्थान और नगर पालिकाएँ: कृषि नीतियाँ विकसित करने वाली सरकारी संस्थाएँ, नगर पालिकाएँ और स्थानीय सरकारें।
4. मेले की तिथियाँ और स्थान:
• तिथि और स्थान: 2025 के लिए मेले की तिथियाँ और स्थान आयोजक द्वारा घोषित किए जाएँगे। मेले में भारी संख्या में लोगों के आने की उम्मीद है, जिससे चिवरिल और आसपास के क्षेत्र में कृषि और पशुधन क्षेत्रों में रुचि बढ़ेगी।